Colonialism
•व्यापारिक दृष्टिकोण
•ट्रिपल G नीति
•आर्थिक विचार
•यूरोपीय प्रतिद्वंद्विता:
•ईसाई धर्म का प्रसार
Causes of Colonialism :उपनिवेशवाद के कारण
•व्यापारिक दृष्टिकोण
•ट्रिपल G नीति
•आर्थिक विचार
•यूरोपीय प्रतिद्वंद्विता:
•ईसाई धर्म का प्रसार
व्यापारिक दृष्टिकोण
1.व्यापारिक दृष्टिकोण नई भूमि और व्यापार मार्गों की खोज :
(कच्चे माल की आवश्यकता ,उत्पादन में वृद्धि )
2. ट्रिपल G नीति : GGG
भौगोलिक खोजों के फलस्वरूप कोलम्बस द्वारा अमेरिका की खोज ने यूरोपीय देशों में स्वर्ण जैसी बहुमूल्य धातु के संग्रह की प्रतिस्पर्द्धा आरंभ की। स्वर्ण-संग्रह की प्रतिस्पर्द्धा की स्थिति यह थी कि समस्त यूरोप में ‘अधिक स्वर्ण, अधिक समृद्धि, अधिक कीर्ति’ का नारा बुलंद हुआ। अब समस्त यूरोपीय राष्ट्रों का प्रमुख ध्यान सोना, कीर्ति एवं ईश्वर अर्थात् Gold, Glory and God परकेन्द्रितहोगया। उपनिवेशोंकीस्थापनासेयूरोपीयदेशोंकोसोनाभीमिला, कीर्तिभीफैलीएवंधर्मकाप्रचारभीहुआ।
3. आर्थिक विचार (पूंजीवाद):
इंग्लैंड, फ्रांस, स्पेन और पुर्तगाल जैसे देशों ने अपने उपनिवेश मुख्यतः आर्थिक लाभ के लिए स्थापित किए।
4.यूरोपीय प्रतिद्वंद्विता:
उपनिवेशीकरण की शुरुआत स्पेन और पुर्तगाल ने की थी। धीरे-धीरे फ्रांस और इंग्लैंड जैसे अन्य देश भी इस दौड़ में शामिल हो गए। नए उपनिवेश हासिल करना राष्ट्रीय गौरव की बात बन गई। इसके अलावा, उपनिवेशीकरण के विभिन्न आर्थिक लाभों के कारण, यूरोपीय शक्तियों के बीच ‘प्रतिस्पर्धी उपनिवेशवाद’ का दौर शुरू हुआ।
5. ईसाई धर्म का प्रसार
खोज के युग के दौरान; स्वदेशी लोगों को धर्मांतरित करके नई दुनिया में ईसाई धर्म के प्रसार के लिए एक बड़ा प्रयास शुरू किया। इस प्रकार, ईसाई मिशनों की स्थापना स्पेन, फ्रांस और पुर्तगाल जैसी यूरोपीय शक्तियों के उपनिवेशीकरण प्रयासों के साथ-साथ हुई।